ज़िन्दगी से हमें कुछ शिकायत तो है
ज़िन्दगी से मगर खुबसूरत है क्या
तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
ओर तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
मरके भी हम जी रहे है ये तुम क्यों समझते नहीं
तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
जीते जी हम तेरे पास आ न सके
मरके भी हम तुझे भुला पाये नहीं
वक़्त भी ये मेरे जख्म भर न सका
आज भी हर घडी सोचते है यही
हम क्यों दिलबर तेरे दिल मैं धड़कते नहीं
हो ओ ओ
तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
बेबसी मैं तो बस एक ख्याल आ रहा है
ज़िन्दगी से मैं एक ज़िन्दगी मांग लूं
अब तो आने लगा आसुओ को रहेमा
ज़िन्दगी से मगर खुबसूरत है क्या
तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
ओर तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
मरके भी हम जी रहे है ये तुम क्यों समझते नहीं
तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
जीते जी हम तेरे पास आ न सके
मरके भी हम तुझे भुला पाये नहीं
वक़्त भी ये मेरे जख्म भर न सका
आज भी हर घडी सोचते है यही
हम क्यों दिलबर तेरे दिल मैं धड़कते नहीं
हो ओ ओ
तुमसे शिकायत है ये तुम हमें मिलते नहीं
बेबसी मैं तो बस एक ख्याल आ रहा है
ज़िन्दगी से मैं एक ज़िन्दगी मांग लूं
अब तो आने लगा आसुओ को रहेमा
Behtreen Rachna ke sath aapka Blog Jagat mein Swagat hai.
ReplyDeleteसोच को शब्द देने का प्रशंसनीय प्रयास और ये पंक्तियाँ तो बहुत खूब
ReplyDelete"ज़िन्दगी से हमें कुछ शिकायत तो है
ज़िन्दगी से मगर खुबसूरत है क्या"
सुंदर रचना है
ReplyDeletehttp://merajawab.blogspot.com
http://kalamband.blogspot.com
aapki rachna padhee.ise aur behtar banane par kam keejiye.jab tak aap kisee ke dil me dhadakne n lagen tab tak use dilbar bhee mat kahiye.aakhir aapme kaun si kamee hai.mujhe to achchhekhase lag rahe hain.
ReplyDeleteBehatareen ....
ReplyDeleteखूबसूरती से लिखे एहसास
ReplyDeleteसुन्दर रचना ....बधाई
ReplyDelete_____________
http://www.coralsapphire.blogspot.com/
इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्लॉग जगत में स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
ReplyDeleteहिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
ReplyDeleteकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
Ungliyan yun na sab pe uthaya karo. Kharch karne se pehle kamaya karo. Zindgi kya hai kud hi samajh jaoge. Baris mai patange udaaya karo....
ReplyDeleteबड़ी ही शिकायत है भाई ! :)
ReplyDeleteचलिए फिर भी आपका स्वागत है.
हिन्दी ब्लॉगजगत के स्नेही परिवार में इस नये ब्लॉग का और आपका मैं ई-गुरु राजीव हार्दिक स्वागत करता हूँ.
मेरी इच्छा है कि आपका यह ब्लॉग सफलता की नई-नई ऊँचाइयों को छुए. यह ब्लॉग प्रेरणादायी और लोकप्रिय बने.
यदि कोई सहायता चाहिए तो खुलकर पूछें यहाँ सभी आपकी सहायता के लिए तैयार हैं.
शुभकामनाएं !
"हिन्दप्रभा" - ( आओ सीखें ब्लॉग बनाना, सजाना और ब्लॉग से कमाना )
आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा , आप हमारे ब्लॉग पर भी आयें. यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . हम आपकी प्रतीक्षा करेंगे ....
ReplyDeleteभारतीय ब्लॉग लेखक मंच
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